दिल जिगर के ज़ख्मी होने पररूह का छलनी होने परइतिहास खून की बूंदों से रचता हैदर्द की कलम से लिखा जाता हैइतिहास को पढ़ते समयसांसों का रुक जानादिल का रोनाजिगर का जलनाआंखो का बीग जानाइतिहास रचने वाले के ज़ख्मों परसदीयॊं के बाद दवा करना होता हैउस समय के नसमझ लोगों की समझ परफिकर करना होता है ।"चौहान"
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