सच की तलाश में उतरना पड़ता है
गहरा बहुत गहरा
मुश्किलों, बंदिशों से गच बीतती हर घड़ी
नोचती है मन को सुकून को
डूबने का डर रहता है संग
फिर कहीं सच से होता है सामना
सच मानना कभी कभी तो सच जान कर
हकीकत से मुनकर होने की दुआ करता है दिल
सच जानने का वो लम्हा सालों को तलाश करती
हर पल की पीड़ से कहीं दर्दनाक होता है
खैर ! सच तो सच ही होता है
कभी जानना हो तो आ जाना ।
"चौहान"
गहरा बहुत गहरा
मुश्किलों, बंदिशों से गच बीतती हर घड़ी
नोचती है मन को सुकून को
डूबने का डर रहता है संग
फिर कहीं सच से होता है सामना
सच मानना कभी कभी तो सच जान कर
हकीकत से मुनकर होने की दुआ करता है दिल
सच जानने का वो लम्हा सालों को तलाश करती
हर पल की पीड़ से कहीं दर्दनाक होता है
खैर ! सच तो सच ही होता है
कभी जानना हो तो आ जाना ।
"चौहान"
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