मुश्किलों से उलझे बगेर कामयाब होना नामुमकिन जैसा है । अगर कहीं कामयाबी मिल भी जाए तो, मुश्किलों को समझे बगेर कामयाबी को लंबे समय तक संभालना नामुमकिन जैसा नही नामुमकिन ही होता है । "चौहान:
No comments:
Post a Comment